कोरोना की तीसरी लहर को लेकर अगल तीन महीने अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर अहम साबित हो सकते हैं। नीति आयोग के सदस्य और टीकाकरण पर गठित टास्क फोर्स के प्रमुख डाक्टर वीके पाल ने इसकी चेतावनी देते हुए राज्यों से इसके लिए पूरी तरह तैयार रहने को कहा है। इसके साथ ही उन्होंने लोगों से इन दो महीने के त्योहारी सीजन के दौरान कोरोना गाइडलाइन के पालन की अपील की है।
डाक्टर वीके पाल के अनुसार भारत में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर लगाए गए सभी अनुमानों में अक्टूबर से लेकर दिसंबर के बीच इसके आने की आशंका जताई गई है। उन्होंने कहा कि भले ही देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहतर हुई हो और केरल में भी स्थिति में सुधार देखने को मिल रहा है, लेकिन तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए हमें अपनी तैयारियों में कोई कमी नहीं आने देनी चाहिए।
उन्होंने राज्य सरकारों से लेकर नगर निकायों तक को कोरोना की तीसरी लहर के मद्देनजर अस्पतालों में पर्याप्त बेड और अन्य तैयारियों को पूरा करने को कहा है। ध्यान देने की बात है कि तैयारी नहीं होने के कारण दूसरी लहर के दौरान देश भर में स्थिति गंभीर हो गई थी। ऐसे स्थिति से बचने और तीसरी लहर के लिए स्वास्थ्य ढांचे को तैयार करने के लिए केंद्र ने 23 हजार करोड़ रुपए के पैकेज की घोषणा की थी। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले दिनों इस पैकेज के अमल की समीक्षा की थी।