ऋषिकेश: आज बात होगी लहरों के बीच रोमांस भरे सफर की । यह सफर भले ही चाहे छोटा क्यों न हो लेकिन जिंदगी भर न भूलने वाला होता है। ऋषिकेश का नाम आते ही धर्म के साथ अध्यात्म याद आ जाता है। यह तीर्थनगरी ऋषि-मुनियों की तपोस्थली रही है। इसके साथ ऋषिकेश पूरे दुनिया भर में ‘राफ्टिंग’ के लिए भी जाना जाता है। यहां गंगा में राफ्टिंग करने के लिए सैलानियों की भारी भीड़ रहती है। ‘कोरोना महामारी का ग्रहण राफ्टिंग पर भी पड़ा। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार ऋषिकेश में आज गंगा में राफ्टिंग का रोमांच और साहसिक भरा सफर फिर शुरू हो गया है’। वैसे यह रविवार से शुरू होना था लेकिन गंगा में जलस्तर बढ़ने से शुरू नहीं हो सका था। ’राफ्टिंग शुरू होने से इस व्यवसाय से जुड़े संचालकों और लोगों के चेहरे खिल उठे हैं’।
अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक पहुंचे विकास
Mon Sep 20 , 2021
देहरादून। पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को जनपद हरिद्वार में संत रविदास मंदिर भगवानपुर से मक्खनपुर तक जन आशीर्वाद रैली में प्रतिभाग किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि भगवानपुर क्षेत्र में ग्राम डांडा पट्टी से झींवरहेड़ी तक सड़क को इंटर लॉकिंग टाइल्स के द्वारा निर्माण कार्य कराया […]
