- 79,315 कर्मचारी देंगे चुनाव ड्यूटी, 36,095 सुरक्षा कर्मियों के अलावा 23 कंपनी पीएसी और 114 कम्पनी की गई हैं तैनात
देहरादून। लोकतंत्र के उत्सव को सफल बनाने के लिए निर्वाचन आयोग ने सवा लाख से अधिक कार्मिकों को तैनात किया है। विधानसभा चुनाव 2022 में 173 अति संवेदनशील बूथ चयनित किए गए हैं। प्रदेशभर में क्रिटिकल बूथों की संख्या 776 है, जो यकीनन पुलिस-प्रशासन की अग्नि परीक्षा लेगी। इधर, पुलिस ने आम लोगों की असुविधा को देखते हुए वाहनों को आवाजाही से छूट प्रदान कर दी है, लेकिन साफ किया है कि निजी वाहनों से वोटर नहीं ढोए जाएंगे। मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि इस बार कोविड प्रोटोकॉल के तहत मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ानी पड़ी है, इस कारण कर्मचारियों की संख्या भी बढ़ी है।
पूरे प्रदेश में कुल मिलाकर 79,315 कर्मचारी चुनाव ड्यूटी देंगे। इसके अलावा 36,095 सुरक्षा कर्मियों के अलावा 23 कंपनी पीएसी और 114 कम्पनी केंद्रीय बलों की भी तैनाती की गई है। इस तरह कुल कार्मिकों की संख्या एक लाख 25 हजार के पार पहुंच रही है। उन्होंने बताया कि संवेदनशील और अतिसंवेदनशील बूथों पर केंद्रीय बलों की तैनाती रहेगी, साथ ही यहां वेबकास्टिंग से भी निगरानी रखी जाएगी। इधर, पुलिस ने मतदान के दिन सीमाओं को सील करने से परहेज किया है। डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि सभी इंटरनेशनल, अंतरराज्यीय ओर जिला बॉर्डर खुले रहेंगे। अलबत्ता सभी चेक पोस्ट पर वाहनों की कड़ी जांच होगी। उन्होंने बताया कि जिलों के अंदर भी निजी वाहनों की आवाजाही की किसी तरह की रोक नहीं है। लोग अपने जरूरी काम के लिए निजी वाहन इस्तेमाल कर सकते हैं। लेकिन किसी भी स्थिति में इनका प्रयोग चुनाव के लिए नहीं होने दिया जाएगा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने बताया कि मतदान केंद्र के सौ मीटर के दायरे में किसी भी तरह की चुनाव सामग्री का इस्तेमाल नहीं होगा। चुनाव एजेंट भी प्रत्याशी की बिना फोटो और चिन्ह युक्त बैनर ही लगा पाएंगे। इसी तरह जनसामान्य भी मतदान केंद्र के अंदर मोबाइल का प्रयोग नहीं कर पाएगा। इसका उल्लंघन करने पर मतदान अधिकारी को कड़ी कार्रवाई के लिए मजिस्ट्रेट वाली शक्तियां प्रदान की गई है। आयोग ने निगरानी के लिए सभी ईवीएम पर जीपीएस भी लगाया हुआ है।