- गूगल व भीम एप के जरिए ठगे 28 हजार
सहसपुर। थाना सहसपुर पुलिस ने लोन के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करने वाले तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने तीनों आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया। थाना पर एसआई राजीव सेमवाल, एचसीपी सुरेश कुमार , सिपाही श्रवण कुमार हाल तैनाती साइबर पुलिस स्टेशन उत्तराखंड अपने साथ वादी रामप्रसाद पुत्र गिरधारी निवासी ग्राम धौराहरा थाना अतरौलिया जिला आजमगढ़ यूपी हाल निवासी रामपुर कला चोई बस्ती देहरादून के हाजिर थाना आकर वादी रामप्रसाद द्वारा तहरीर दाखिल की कि विशाल कश्यप द्वारा अपने मोबाइल फोन से फोन कर बताया कि मैं लोन एजेंट हूं मैं लोगों के लिए लोन करता हूं तुम्हें लोन की आवश्यकता है मैं तुम्हारा लोन करवा लूंगा। लोन के संबंध में विशाल कश्यप द्वारा कई बार फोन किया गया और लोन दिलाने के लिए मेरे से गूगल एप व भीम एप के द्वारा अलग-अलग तिथियों में 28 हजार डलवाए गए। इसी बीच राजीव शर्मा व जितेंद्र वर्मा के भी लोन विषयक कई बार फोन आए तथा वह भी मुझे आश्वासन देते रहे कि आपका लोन हो जाएगा और अपने अपने खातों में थोड़ी-थोड़ी धनराशि डलवाते रहे उनके द्वारा बार-बार पैसों की डिमांड की जा रही थी। प्राप्त तहरीर पर तत्काल थाना पर अंतर्गत धारा 420 आईपीसी बनाम विशाल कश्यप पुत्र बाबूराम कश्यप निवासी संगम विहार कालोनी गांधीग्राम, राजीव शर्मा पुत्र सुभाष शर्मा निवासी जीएमएस रोड काली मंदिर एनक्लेव थाना वसंत विहार देहरादून व जितेंद्र वर्मा पुत्र चुन्नीलाल निवासी संगम विहार कालोनी गांधीग्राम थाना वसंत विहार देहरादून के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस टीम में एसआई राकेश पुंडीर थाना सहसपुर व राजीव सेमवाल, एचसीपी सुरेश कुमार, सिपाही सरवन कुमार थाना साइबर सेल उत्तराखंड शामिल थे।
फाइनेंस कंपनी बंद होने के कारण हो गए थेे बेरोजगारः आरोपी
साइबर टीम द्वारा लाए गए तीनो आरोपियों के साथ पूछताछ करने पर बताया कि पहले हम लोग फाइनेंस कंपनी में कार्य करते थे। फाइनेंस कंपनी के बंद हो जाने के कारण हमारा रोजगार छूट गया और हम बेरोजगार हो गए जिस कारण हमारा खर्चा चलना एवं शौक पूरा करने के रास्ते बंद हो गए हम तीनों द्वारा लोगों को फोन कर लोन के नाम पर धोखाधड़ी का काम करने लगे लोगों से हम गूगल एप और भीम एप के जरिए फाइल चार्ज की धनराशि मंगवा दे जिससे हमारा खर्चा चलता और लोन लेने वाले व्यक्ति से हम लोग बार-बार बात करते रहते इससे उसे आभास ना हो कि हम उसके साथ धोखाधड़ी कर रहे हैं। रामप्रसाद के साथ भी हमने लोन दिलवाने के नाम पर 28 हजार की धोखाधड़ी की। जिन्हें पुलिस ने गिरफ्रतार कर जेल भेज दिया।