देहरादून। भारत सरकार व विदेश मंत्रलय की ओर से चलाए जा रहे ऑपरेशन गंगा के तहत लगातार यूक्रेन की ईस्टर्न और वेस्टर्न जोन से भारतीय मूल के छात्र-छात्रओं और नागरिकों को निकाला जा रहा है। अब तक उत्तराखण्ड के 42 छात्र लौट आए हैं। बुधवार को सबसे पहले 6 छात्र यूक्रेन से दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे । जिन्हें उत्तराखण्ड के अपर स्थानिक आयुक्त अजय मिश्रा, मनोज जोशी और पीसी नैनवाल की टीम ने रिसीव किया। इनके अलावा देर शाम ऊधमसिंह नगर निवासी दो और छात्र शावेद अली और रितिक राजपूत दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। इन्हें रिसीव करने के लिए अजय मिश्रा, दीपक चमोली और अमर बिष्ठ एयरपोर्ट पहुंचे। ये दोनों छात्र भी यूद्धग्रस्त यूक्रेन में फंसे थे जो आखिरकार पने स्वदेश लौटने में कामयाब रहे। देर शाम एक ओर छात्र हरिद्वार निवासी कृष्णा यादव दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचा। नोडल अधिकारी और डीआईजी पी रेणुका देवी ने बताया कि अब ज्यादातर छात्र अधिकारियों के सम्पर्क में आ चुके हैं, छात्र खुद अपनी लोकेशन अधिकारियों को दे रहे हैं। अब जल्द सभी की वापसी की उम्मीद है। इसमें कोई रेलवे स्टेशन को कोई बॉर्डर या किसी के घर पर शरण लिए हुए है।
आज प्रदेश के ये स्टूडेंट पहुंचे स्वदेश
देहरादून। युद्धग्रस्त यूक्रेन से बुधवार की सुबह सबसे पहले 6 स्टूडेंट स्वदेश लौटे। इनमें कंचन हरिद्वार, स्नेहा पांडेय और मोहम्मद आबिद टिहरी गढ़वाल, शौर्य टिहरी गढ़वाल, औसीन चंपावत और मनीष हरिद्वार शामिल रहे। वहीं देर शाम ऊधमसिंह नगर निवासी शावेद अली और रितिक राजपूत दिल्ली एयरपोर्ट पर उतरे। इससे पहले ईशा रावत देहरादून, मोहम्मद अनस हरिद्वार, शैली त्रिपाठी नैनीताल और तनुश्री पांडेय पिथौरागढ़ भी दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचे। इनके अलावा देहरादून की सारा अली, शोएब अली और नमिता धीमान प्लाइट संख्या 6ई8387 से दिल्ली एयरपोर्ट उतरे। अपने देश लौटे सभी छात्र-छात्रओं के चेहरे पर राहत और खुशी झलक रही थी। एयरपोर्ट पर मौजूद उत्तराखण्ड के अधिकारियों से कई स्टूडेंट ने बताया कि यूक्रेन में हालात बेहद खराब हो चुके है।