देहरादून। विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों की हार पर कांग्रेस में 21 मार्च को मंथन होगा। पर्यवेक्षक अविनाश पांडे चुनाव की स्थिति का आंकलन करेंगे। बैठक में संगठन की मजबूती के लिए कार्ययोजना भी तैयार की जाएगी।
प्रदेश के विधान सभा चुनाव में कांग्रेस 19 सीटों पर सिमट गई थी। कुछ सीटों पर प्रत्याशियों को 29 हजार या फिर इससे भी अधिक मतों से हार का सामना करना पड़ा है। इसके बाद अब पार्टी में हार की वजहों की तलाश की जा रही है। पार्टी के कुछ नेताओं का मानना है कि चुनाव से पहले प्रदेश अध्यक्ष को सहयोग न मिलने से भी पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा है। बैठक में प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव भी शामिल होंगे। इसके अलावा सभी 19 नवनिर्वाचित विधायक, चुनाव में पार्टी प्रत्याशी एवं पार्टी के वरिष्ठ नेता बैठक में मौजूद रहेंगे। चुनाव में हार के बाद कांग्रेस में गुटबाजी खुलकर सामने आ गई है। कुछ नेताओं ने प्रदेश प्रभारी और नेता प्रतिपक्ष पर भी सवाल खड़े किए। इन नेताओं का कहना है कि संगठन की मजबूती के लिए नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया, लेकिन संगठन की पुरानी टीम को नहीं बदला गया। यही वजह रही कि प्रदेश अध्यक्ष को इनका सहयोग नहीं मिल पाया। जिससे चुनाव में पार्टी को नुकसान उठाना पड़ा।