देहरादून। डॉ. एपीजे कलाम सेंटर्स के सेंटर फॉर फेयर एल्गोरिथम ने 20 मई, 2022 को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मास कम्युनिकेशन, नई दिल्ली में बिल्डिंग ए मॉडल सोशल मीडिया पर एक चर्चा का आयोजन किया था। यह आयोजन भारत के एकमात्र स्वदेशी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म कू के सहयोग से पॉलिसी डायलॉग सीरीज़, रीइमेजिनिंग सोशल एंड डिजिटल मीडिया का एक हिस्सा था।
इस कार्यक्रम में आईआईएमसी के छात्रों और शिक्षकों ने भाग लिया था। कार्यक्रम में वक्ता प्रो. संजय द्विवेदी, डीजी, आईआईएमसी, सृजन पाल सिंह, लेखक, आदित्य राज कौल, कार्यकारी संपादक टीवी9 नेटवर्क, अभिजीत अय्यर मित्रा, सीनियर रिसर्च फेलो, आईपीसीएस, और प्रदीप भंडारी, संस्थापक, जन की बात शामिल थे। इस कार्यक्रम में पब्लिक पॉलिसी निदेशक,कू, नियति वर्मा ने भाग लिया था । चर्चा प्रकाशक की जिम्मेदारियों, राष्ट्रीय सुरक्षा में सोशल मीडिया की भूमिका, वेरीफाईड यूज़र, डेटा सुरक्षा की आवश्यकता, सोशल मीडिया पर होने वाला ख़र्चा और एल्गोरिदम को पारदर्शी बनाने की तत्काल आवश्यकता के इर्द-गिर्द ही घूमा। जैसे कि सोशल मीडिया एक अनिवार्य हिस्सा बन गया है सभी वक्ताओं ने इस पर अपनी सहमति व्यक्त करी है कि सोशल मीडिया में दोष रेखाओं को ठीक करने की ज़रूरत है। क्यू एण्ड ए में विभिन्न प्रकार के प्रश्न देखे गए; जबकि छात्रों का सोचना था कि क्या चीन के रास्ते जाने और सभी विदेशी सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगाने से मदद मिलेगी, कुछ ने पूछा कि क्या सरकार डिजिटल मीडिया पर भारी आबादी के व्यवहार के लिए जिम्मेदार हो सकती है।