वाचस्पति रयाल
नरेंद्रनगर। भाजपा के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तथा राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह के निधन की खबर सुनते ही क्षेत्र में शोक की लहर है।
विगत लंबे समय से बीमार चल रहे भाजपा का यह दिग्गज नेता लखनऊ के संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज (एसजीपीजीआई)में भर्ती थे। जहां बीते शनिवार को उन्होंने इस दुनिया से विदा लेते हुए अंतिम सांस ली। वे 88 वर्ष के थे।
नरेंद्र नगर क्षेत्र के पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत सहित विभिन्न पार्टियों व संगठनों ने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है।
पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत ने कल्याण सिंह को भारतीय संस्कृति और सभ्यता का ध्वजवाहक बताते हुए कहा कि राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद के चलते कल्याण सिंह को उत्तर प्रदेश में न सिर्फ अपनी सरकार गवानी पड़ी थी, बल्कि इस प्रकरण पर 1 दिन के लिए उन्हें तिहाड़ जेल भी जाना पड़ा था।
पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत ने कहा कि राम मंदिर निर्माण में उनके अहम योगदान को तब तक याद किया जाता रहेगा,जब तक राम मंदिर इस धरती पर रहेगा। पूर्व विधायक ने कहा कि 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में कारसेवकों पर गोली चलवाने से कल्याण सिंह ने मुख्यमंत्री रहते हुए इनकार कर दिया था, और कारसेवकों ने बाबरी मस्जिद को ध्वस्त कर दियाथा।
पूर्व विधायक ओम गोपाल रावत ने कहा कि इस मामले में कल्याण सिंह जी को अपनी सरकार गंवानी पड़ीं थी,मगर इसका कभी भी उन्हें मलाल नहीं रहा, वे सच्चे राष्ट्रभक्त थे,अपनी सभाओं में वे खुलेआम कहते थे कि राम के लिए वह अपनी सत्ता को एक नहीं कई बार कुर्बान करने को तैयार हैं,उन्होंने कभी जेल की सजा पर अफसोस नहीं जताया।
बताते चलें कि बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद उनकी सरकार गिरा दी गई थी और उन पर जुर्माना भी लगा दिया गया था, लेकिन इसका कभी उन्होंने अफसोस नहीं जताया।
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर शोक जताने वालों में पूर्व जिला पंचायत सदस्य अनिल भंडारी, योगेश राणा, वंदे मातरम सुरेंद्र कुलियाल, विक्रम सिंह कैंतुरा, जयपाल सिंह नेगी,पूरन सिंह पुंडीर, राजेंद्र सिंह गुसाईं,मुनेंद्र सिंह चौहान, पूरण सिंह पुंडीर,सबल सिंह पंवार, विजेंद्र सिंह राणा, मदन सिंह, सुनील सिंह, मोती सिंह आदि बड़ी संख्या में शामिल हैं