देहरादून। भाजपा ने कांग्रेस पर फर्जी वीडियो वायरल कर सेना की छवि धूमिल करने और बुजुर्ग मतदाताओं तथा कर्मियों के विवेक पर सवाल खड़ा करने का आरोप लगाते हुए प्रदेश तथा देश की जनता से माफी माँगने को कहा है। प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि जिस तरह से कुमायूं रेजिमेंट के द्वारा निर्वाचन आयोग को जवाब भेजा गया है उससे कांग्रेस की मंशा का पटाक्षेप हो गया है। चौहान ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हरीश रावत और कॉंग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि कुमायूं रेजीमेंट के आधिकारिक जबाब से स्पष्ट हो गया है, कॉंग्रेस वायरल विडियो को सेना का बताकर वीर जवानों का अपमान कर रही थी। भाजपा का भारतीय सेना और सभी संवैधानिक संस्थाओ पर हमेशा पूर्ण विश्वास रहा है, लेकिन कॉंग्रेस अपनी राजनैतिक मंशा के लिए किसी न किसी बहाने से इनकी विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करती रही है। एक बार फिर सैनिकों के डाक मतपत्रों को लेकर फर्जी विडियो के आधार पर उनकी यही कुत्सित मंशा फिर उजागर हुई है। उन्हांेने कुमायूं रेजीमेंट के चुनाव आयोग को दिये आधिकारिक जबाब का हवाला देते हुए कहा कि सेना द्धारा स्पष्ट किया गया है कि विडियो पिथौरागढ़ स्थित किसी भी सैन्य संस्थान में हुई चुनाव प्रक्रिया का नहीं है। कॉंग्रेस नेताओं को इस सारे प्रकरण की ज़िम्मेदारी लेते हुए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनाव में हार सामने देखकर लगाया गया विपक्ष का एक और झूठ पकड़ा गया है जिसमें चुनाव आयोग ने रिटर्निंग अधिकारियों की रिपोर्ट के आधार पर बताया है कि डाक मतदाताओं की सूची विपक्षी प्रत्याशियों से साझा नहीं करने के आरोप सरासर गलत हैं। उन्होंने कहा है कि जिन प्रत्याशियों ने संबन्धित जानकारी मांगी, उन्हे तत्काल उपलब्ध कारवाई गयी है। हालांकि निर्वाचन प्रक्रिया को संपन्न कराना आयोग का विषय है, लेकिन कांग्रेस पूर्वाग्रह से ग्रसित होकर भाजपा पर आरोप प्रत्यारोप लगाती रही है। चौहान ने आरोप लगाया कि कॉंग्रेस समेत समस्त विपक्षी पार्टियां चुनावों में स्पष्ट हार देखने के वावजूद अन्य राज्यों में अपनी अपनी पार्टियों का माहौल बनाए रखने के लिए ही चुनाव प्रक्रिया को लेकर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं।