देहरादून। पर्यावरण को संरक्षित रखने में पेड़ पौधों का अहम योगदान होता है। इसी प्रकार आहार श्रृंखला को आगे बढ़ाने में पक्षियों की भी अहम भूमिका होती है। पेड़-पौधे जहां जीवनदायिनी आक्सीजन देते हैं वहीं खाद्य, जल एवं आहार श्रृंखला को आगे बढ़ाने में पक्षियों का भी बड़ा योगदान होता है।
पेड़ पौधे की कमी से आक्सीजन की कमी होती चली जाएगी जिससे जीना दूभर हो जाएगा। ऐसे में पेड़ पौधे जीवन को बचाने में ही नहीं अपितु पर्यावरण को सुरक्षित रखने में भी अहम रोल अदा कर रहे हैं। अगर पेड़ पौधे कम हो जाएंगे तो पक्षियों का आश्रय स्थल कम होता चला जाएगा। यही कारण है कि वनों की कटाई के चलते जीव-जंतु कम होते चले जाएंगे। आहार श्रृंखला में भी पेड़ पौधों की भूमिका कम नहीं है। शाकाहारी जीव जंतु पेड़ पौधों को परोक्ष एवं प्रत्यक्ष रूप से खाते हैं। यदि पेड़ पौधे नहीं होंगे तो शाकाहारी जीव कम हो जाएंगे, जिसके चलते मांसाहारी जीवों पर कुप्रभाव पड़ेगा और आहार श्रृंखला कमजोर होती चली जाएगी।
इसी क्रम में देहरादून की एक सोसाइटी जो पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए दिन-रात कार्य कर रही है। इस सोसाइटी पराशक्ति ने, द ग्रीन किचन के सहयोग से, 22-28 अगस्त के बीच 1000 पौधों का वृक्षारोपण एवम् पौधा-वितरण अभियान चलाया है। जिसमे कई स्कूल्स और विभिन्न संस्थानों में पौधे लगाए गए। बहुत से स्कूली बच्चों को पौधे दिए गए जो उनके और हमारे सुनहरे भविष्य में सहायक बनेंगे।
इसी क्रम में, 27 अगस्त को सुबह 7 बजे गांधी पार्क में मुफ़्त पौधा वितरण अभियान चलाया गया, जहां लोगो ने बहुत बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। सुबह की सैर पर निकले बुजुर्गो से लेकर स्कूल जा रहे छात्रों ने बड़ी उमंग से पौधे लिए। सभी के हाथो में एक छोटा सा पौधा था और आंखों में एक बड़ी सी उम्मीद, कि जब हर घर में पौधा होगा, हमारा कल सुरक्षित होगा। बहुत
खुशी की बात है की सिर्फ 2 घंटे के अंदर 500 लोग स्वेच्छा से अपने अपने घरों के लिए विभिन्न प्रकार के फलों के पौधे लेकर गए। जो की देहरादून के लिए हर्ष का विषय है ।
इसके साथ साथ, कल दिनांक 28 अगस्त को टीम पराशक्ति द्वारा सुबह 7 बजे राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम, रायपुर, देहरादून पर एक मजेदार ऑफ साइट ट्रेक और वृक्षारोपण अभियान भी आयोजित किया गया है।
कार्यक्रम के आयोजक ने कहा पर्यावरण की रक्षा करना हम सबका कर्तव्य है, हम हरियाली से भरा दून देखना चाहते है जो की सबके सहयोग से ही संभव हो पाएगा ।