मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार ने दिए थे निर्देश,जिलाधिकारी ने की कार्रवाई, जनपद में ई-चैपाल का किया शुभारंभ
देहरादून । दूरस्थ क्षेत्र के लोगों की जनसमस्याओं का निस्तारण करने हेतु माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों के अनुपालन में जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने कार्रवाई करते हुए, गत माह जनपद में ई-चैपाल का शुभारंभ किया है, जिसके तहत आज त्यूणी में आयोजित ई-चैपाल को जिलाधिकारी के निर्देशन पर बृहद रूप दिया गया। ई-चैपाल में जनसुनवाई के साथ-साथ विभागों द्वारा स्थापित स्टॉल के माध्यम से संबंधित अधिकारियों/कार्मिकों द्वारा अपने-अपने विभाग से संबंधित योजनाओं की जानकारी के साथ ही स्वास्थ्य उपचार एवं अन्य विभागों ने विभिन्न प्रमाण-पत्र निर्गत किए गए।
जनपद देहरादून के दूरस्थ तहसील त्यूणी में ई-चैपाल एवं बहुउद्देशीय शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने कैंप कार्यालय देहरादून से वर्चुअल माध्यम से लोगों की समस्या सुनी। जबकि मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान, जनपद स्तरीय अधिकारियों के साथ ई-चैपाल त्यूणी में प्रतिभाग कर, फरियादियों की शिकायत को गम्भीरता से सुनते हुए तथा वर्चुअल माध्यम से जिलाधिकारी के संज्ञान में लाते हुए निस्तारण किया। कुछ शिकायत को संबंधित विभागों के अधिकारियों प्रेषित करते हुए एक सप्ताह के भीतर शिकायतों का निस्तारण कर, निस्तारण आख्या जिलाधिकारी को प्रेषित करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी श्रीमती सोनिका ने जनपद मुख्यालय से ई-चैपाल में वर्चुअल माध्यम से संबंधित अधिकारियों को उनके विभाग से संबंधित शिकायतों/समस्या को मौके पर ही निस्तारित के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए तथा जिन शिकायतों पर जांच आख्या प्रस्तुत की जानी है को एक सप्ताह के भीतर निस्तारित करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए की ई-चैपाल में प्राप्त हो रही शिकायतों का मौके पर निस्तारण करें तथा जिन शिकायतों के निस्तारण में समय लग रहा है निर्धारित समय-सीमा में निस्तारण करें। साथ ही कहा कि ई-चैपाल में प्राप्त हो रही शिकायतों के निस्तारण की प्रगति की समीक्षा सोमवार को जनसुनवाई के दौरान की जाएगी।
त्यूनी ई-चैपाल में स्थानीय लोगों की मुख्य विकास अधिकारी सुश्री कमठान को विभिन्न विभागों की करीब 64 शिकायतें/आवेदन प्राप्त हुए। जिनमें सबसे अधिक लोनिवि, पीएमजीएसवाई, जल संस्थान, पेयजल निगम से संबंधित रही इसके अतिरिक्त कृषि, एनएच, परिवहन, शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, पंचायतीराज आदि विभागों की प्राप्त हुई। जिलाधिकारी के निर्देशन पर ई-चैपाल एवं बहुउद्देशीय शिविर का आयोजन भी किया गया। जिसमें विभागों द्वारा लाभार्थियों की विभिन्न प्रमाण-पत्र मौके पर ही निर्गत किए गए। जिनमें 9 आय प्रमाण-पत्र, 5 जाति प्रमाण-पत्र, 4 स्थाई निवास प्रमाण-पत्र, 3 चरित्र प्रमाण-पत्र निर्गत किए गए। ई-चैपाल में लगाए गए स्वास्थ्य विभाग के स्टाॅल पर 77 लोगों द्वारा स्वाथ्य परीक्षण कराया गया, जिनमें होम्योपैथी चिकित्सकों द्वारा 12 लोगों, आयुर्वेदिक चिकित्सकों द्वारा 50 लोगों की जांच तथा एलोपैथिक चिकित्सकों द्वारा 15 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण कर दवाईयां वितरित भी की गई। कृषि विभाग द्वारा किसान सम्मान निधि 12 आवेदन प्राप्त किए साथ ही 18 लोगों को दवा एवं यंत्र वितरित किए गए। उद्यान विभाग द्वारा दाना एवं बीज वितरित किए गए।
मुख्य विकास अधिकारी सुश्री कमठान ने आयोजित ई-चैपाल एवं बहुउद्देशीय शिविर में स्थापित विभागीय स्टाॅलों का निरीक्षण करते हुए, स्टाॅल में विभागीय योजना एवं उपलब्ध सेवाओं के बारे में जानकारी लेते हुए, संबंधितों को अधिक से अधिक लाभांवित कराने के निर्देश दिए। इसके उपरान्त उन्होने ई-चैपाल की जनसुनवाई प्रारंभ की। उन्होेने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि ई-चैपाल में जो शिकायतें/आवेदन प्राप्त हुए है उनका एक सप्ताह के भीतर निस्तारण किया जाए।
ई-चैपाल में उप जिलाधिकारी चकराता/त्यूनी सौरभ असवाल, ब्लाॅक प्रमुख चकराता निधि राणा, जिला विकास अधिकारी सुशील मोहन डोभाल सहित लोनिवि, जल संस्थान, पेयजल निगम, पीएमजीएसवाई, सिंचाई, विद्युत, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, ग्राम्य विकास, पंचायतीराज सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
ई-चैपाल के उपरान्त मुख्य विकास अधिकारी सुश्री झरना कमठान ने राजकीय इण्टर काॅलेज त्यूनी का निरीक्षण किया। तथा ई-चैपाल में बच्चों द्वारा विद्यालय मे अध्यापकों की कमी एवं भवन मरम्मत किए जाने आदि समस्याएं उठायी जिस पर मुख्य विकास अधिकारी ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को एक सप्ताह के भीतर आख्या जिलाधिकारी महोदया के सम्मुख प्रेषित करने के निर्देश दिए।