मुख्य विकास अधिकारी ने जीवामृत आर्गेनिक खाण्डसारी उद्योग शेरपुर खेलमऊ, ओवरसीज मशरूम प्लांट का विकासात्मक दृष्टि से किया भ्रमण
हरिद्वार। हरिद्वार मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन ने बृहस्पतिवार को जीवामृत आर्गेनिक खाण्डसारी उद्योग शेरपुर खेलमऊ, ओवरसीज मशरूम प्लांट का विकासात्मक दृष्टि से भ्रमण किया। साथ ही उन्होंने विकास खण्ड नारसन का औचक निरीक्षण भी किया।
मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन को जीवामृत आर्गेनिक खाण्डसारी उद्योग शेरपुर खेलमऊ के प्रबन्धक मुनीश कुमार ने पूरे प्लांट के भ्रमण के दौरान बताया कि आर्गनिक ढंग से किस प्रकार खाण्डसारी उत्पादनों को तैयार किया जाता है। उन्होंने यह भी बताया कि जीवामृत आर्गेनिक खाण्डसारी उद्योग शेरपुर खेलमऊ से एफपीओ फार्मा प्रड्यूसर जैसे 500 से अधिक किसान जुड़े हुए हैं, जो आस पास के 19 गांवो से आते हैं। उन्होंने कहा कि सब से बड़ी बात यह है कि इन किसानों द्वारा आर्गेनिक ढंग से गन्ने का उत्पादन किया जाता है, जिसमें रासायनिक खादों का बिल्कुल भी प्रयोग नहीं किया जाता है।
जीवामृत आर्गेनिक खाण्डसारी उद्योग शेरपुर खेलमऊ के प्रबन्धक ने वहां तैयार होने वाले उत्पादों-आर्गेनिक गुड़, खाण्ड, शक्कर, आर्गेनिक मिठाइयां जैसे काजू कतली आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
मुख्य विकास अधिकारी ने इन उत्पादों की मांग के सम्बन्ध में पूछे जाने पर प्रबन्धक ने बताया कि यहां तैयार हुये जो भी उत्पाद हैं, वे आर्गेनिक होने की वजह से भूमि एवं स्वास्थ्य के लिये गुणकारी है, जिनकी लोकप्रियता चारों तरफ है तथा इन उत्पादों की काफी मांग है।
जीवामृत आर्गेनिक खाण्डसारी उद्योग शेरपुर खेलमऊ का दौरा करने के पश्चात मुख्य विकास अधिकारी ने वैलकेंशन ओवरसीज के नाम से संचालित मशरूम प्लांट का भी भ्रमण किया, जिसके संचालकों ने बताया कि यहां आधुनिक तकनीक से मशरूम का उत्पादन किया जाता है, जिसमें गन्ने की खोई को मशरूम उत्पादन के लिये प्रयोग किया जाता है तथा इस प्लाण्ट में जिस मशरूम का उत्पादन किया जा रहा है, उसका आकार काफी बड़ा है, जो विशिष्ट श्रेणी का है, जो स्वास्थ्यवर्द्धक व गुणकारी है तथा मशरूम को विटामिन डी और प्रोटिन का अच्छा स्त्रोत माना गया है। उन्होंने बताया कि इस प्लाण्ट में लगभग 75 परिवारों को सीधे तौर पर रोजगार प्राप्त हुआ है।
मुख्य विकास अधिकारी प्रतीक जैन ने तत्पश्चात विकास खण्ड नारसन का औचक निरीक्षण भी किया, जहां उन्होंने साफ-सफाई, परिसर में जो वृक्ष काफी ऊंचे हो गये हैं, उनकी कटाई-छंटाई करना आदि के सम्बन्ध में विस्तृत दिशा-निर्देश दिये।
इस अवसर पर परियोजना निदेशक ग्रामीण विकास अभिकरण श्री विक्रम सिंह, मुख्य कृषि अधिकारी श्री विजय देवराड़ी, जिला विकास अधिकारी श्री वेद प्रकाश, सहित सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित थे।