चम्पावत : देश के 75 वें स्वतंत्रता दिवस पर चम्पावत जनपद को गर्व व सम्मान का अवसर मिला है। लद्दाख की गलवन घाटी में गत वर्ष सेना के चलाए ऑपरेशन में अदम्य साहस दिखाने पर चम्पावत के टनकपुर निवासी मेजर गोविंद जोशी को सेना मेडल से नवाजा गया है। राष्ट्रपति ने इसकी संस्तुति कर दी है। जल्द किसी समारोह में यह मेडल उन्हें दिया जाएगा।
मेजर गोविंद जोशी टनकपुर के विष्णुपुरी कॉलोनी में रहते हैं। वर्तमान में वह लद्दाख में सेना के स्पेशल फोर्स में तैनात है। गत वर्ष लद्दाख की गलवान घाटी में चीन के खिलाफ चले गए ऑपरेशन में अद्वितीय और अदम्य सहस के लिए उन्हें सेना मेडल प्रदान किया गया है। जहां पर उन्होंनें चोटिल होने के बावजूद, अपने जान की परवाह न करे हुए भी अपने काम को अंजाम दिया।
वे अपने परिवार की तीसरी पीढी के सेना अधिकारी हैं, उन्होनें अपने दादा जी सूबेदार दुर्गा दत्त जोशी पिताजी सूबेदार मेजर बृज मोहन जोशी (19 कुमाऊं) तथा बड़े भाई कर्नल भुवन जोशी के मार्गदर्शन से देश सेवा को अपना भविष्य चुना। पिता सूबेदार मेजर जोशी ने बताया कि बचपन से ही मेजर गोविंद को उनके शहीद छोटे दादा जी सिपाही प्रेम बल्लभ से विशेष प्रेरणा मिली। जिन्होंने 1962 के भारत-चीन के युद्ध में देश की रक्षा करते हुए अपना सर्वोचा बलिदान दिया। मेजर जोशी 21 मार्च 2009 को ओटीए चेन्नई से सेना अधिकारी के रूप में कमीशन से सेना में भर्ती हुए।
देश सेवा के 12 वें साल में उन्हें सेना मेडल से नवाज गया है। उनकी प्राथमिक शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर, विद्या मंदिर, राधे हरि इंटर कालेज (टनकपुर) से तथा स्नातक डीएसबी परिसर कुमाऊं विश्वविद्यालय, नैनीताल से पूरी हुई है। सेना मेडल (वीरता) मिलने पर पूरे परिवार में खुशी की लहर है। उनकी इस उपलब्धि पर विधायक कैलाश गहतोड़ी, पूर्व विधायक हेमेश खर्कवाल, पालिकाध्यक्ष विपिन वर्मा ने बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।