- कांग्रेस पूरी तरह अलर्ट मोड़, खास रणनीति के तहत होंगे सभी काम
- जीता हुआ प्रत्याशी पर्यवेक्षक की सुरक्षा में रहेगा
- कांग्रेस शासित राज्य भी भेजें जा सकते है जीते हुए उम्मीदवार
देहरादून। विधानसभा चुनाव 2022 की 10 मार्च को होने वाली मतगणना के लिए कांग्रेस ने खास रणनीति बनाई है। मतगणना के दिन प्रत्येक पॉलिंग सेंटर पर कांग्रेस का एक केंद्रीय पर्यवेक्षक तैनात रहेगा। पर्यवेक्षक की यह जिम्मेदारी होगी की वह मतगणना के दौरान प्रत्याशी की मदद करेगा और जरूरत पड़ने पर प्रदेश व राष्ट्रीय नेतृत्व की मदद ले। इतना ही नहीं चुनाव नतीजे आने के बाद जीता हुआ प्रत्याशी पर्यवेक्षक की सुरक्षा में रहेगा। जीते हुए प्रत्याशी को कांग्रेस शासित राज्यों को भी भेजें जा सकते हैं। कांग्रेस ने मतगणना और सरकार बनने की संभावनाओं को लेकर अपनी रणनीति को अंतिम रूप दिया। मंगलवार को कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने राजपुर रोड स्थित एक होटल में मंथन के बाद तय किया कि कांग्रेस की और से विधानसभावार पर्यवेक्षक तैनात किये जाएंगे, जो कांग्रेस मुख्यालय को मतगणना स्थल से पल-पल की जानकारी देने के साथ ही जीते हुए प्रत्याशी की सुरक्षा भी करेंगे। मंगलवार को ही सभी पर्यवेक्षकों को रवाना कर दिया गया है। कांग्रेस हाईकमान की ओर से भेजे गये केंद्रीय पर्यवेक्षक सांसद दीपेंद्र हुड्डा, कर्नाटक के पूर्व काबीना मंत्री एमबी पाटिल ने प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, पूर्व सीएम हरीश रावत, प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व काबीना मंत्री यशपाल आर्य के साथ सुबह से शाम तक सिलसिलेवार कई बैठके की। बैठक में कांग्रेस ने मतगणना और सरकार बनने की संभावना पर अपनी रणनीति को अंतिम रूप दिया। बैठक में तय किया गया है कि मतगणना स्थलों हर एक विधानसभा वार पर्यवेक्षक की तैनाती की जाए, जो हालात से रूबरू करा सके और आवश्यकता पड़ने पर प्रदेश और राष्ट्रीय नेतृत्व की सहायता ले। चुनाव नतीजे आने के बाद जीता हुए प्रत्याशी पर्यवेक्षक की सुरक्षा में रहेगा। विधानसभा चुनाव 2022 की मतगणना 10 मार्च को होनी जिसके लिये कांग्रेस ने कई रणनीति बनाई है। इन रणनीतियों में से एक रणनीति यह भी है कि मतगणना के दिन हर पोलिंग स्टेशन पर कांग्रेस का एक केंद्रीय पर्यवेक्षक तैनात रहेगा। पर्यवेक्षक की जिम्मेदारी होगी कि वो मतगणना के दौरान प्रत्याशी की सहायता करे। चुनाव नतीजे आने के बाद जीता हुए प्रत्याशी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी पर्यवेक्षक की ही होगी। सू्त्रों से मिली जानकारी के अनुसार ये जीते हुए प्रत्याशी कांग्रेस शासित राज्यों को भेजे जा सकते हैं। कांग्रेस ने राजस्थान में होटल भी बुक कर दिये है। इस मौके पर एआईसीसी सचिव ज़रिता लेतफलांग, पूर्व काबिना मंत्री यशपाल आर्य, आईटी राष्ट्रीय संयोजक सरल पटेल व अन्य रहे मौजूद।
देवेंद्र ने मुस्कुराते हुए रावत को दी शुभकामनाएं
देहरादून। उत्तराखण्ड कांग्रेस प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव ने मंगलवार को पूर्व सीएम हरीश रावत की ओर मुस्कुराते हुए हाथ बढ़ाया और शुभकामनाएं दी। आज हरदा-देवेंद्र के बीच अच्छी कैमिस्ट्री देखने को मिली। देवेंद्र यादव ने चुनाव अभियान को बेहतर तरीके से संभालने पर हरीश रावत को बधाई भी दी। दोपहर बैठक खत्म होने के बाद प्रभारी ने नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह के साथ कुछ देर तक अकेले में गुफ्तगू की। प्रभारी भीड़ से अलग होकर प्रीतम को होटल के लॉन में ले गए। वहां उन्होंने चर्चा की और उसके बाद प्रीतम अपने समर्थकों के साथ होटल से वापस चले गए। देवेंद्र यादव को प्रीतम सिंह का नजदीकी माना जाता रहा है।
भाजपा प्लान बी-सी ओर हम सरकार बना रहेः हरीश
देहरादून। कांग्रेस नेता और उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि एग्जिट पोल एक्जिट पोल है। हम लोगों की भावनाओं के बारे में जानते हैं और उन्होंने कांग्रेस को वोट दिया है और बदलाव किया है। हरीश रावत ने कहा कि भाजपा प्लान बी-सी ओर हम सरकार बना रहें है। निर्णय कांग्रेस के पक्ष में होगा। हरीश रावत से जब यह पूछा गया की विजय वर्गीय उत्तराखंड में ही हैं आपको क्या लगता है कि आखिर वो उत्तराखंड में कर क्या रहे हैं तो हरीश रावत ने कहा कि उनको मालूम है की जनादेश उनके खिलाफ है और इसलिए भाजपा प्लान बी प्लान सी की बात कर रही है और हमे ऐसा कुछ सोचने की आवश्यकता ही नही है क्योंकि हम पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बना रहे हैं। वहीं उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा कि हमें 43-45 सीटें मिलेंगी और हम सरकार बनाएंगे। नतीजे आने के बाद पार्टी नेताओं और आलाकमान से चर्चा की जाएगी कि मुख्यमंत्री कौन होगा।
भ्रष्टाचार मुक्त-लोकायुक्त युक्त होगी कांग्रेस सरकारः प्रीतम
देहरादून। नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस 2022 में अपनी सरकार बनाने की तैयारी करने में लगी है। प्रीतम सिंह ने कहा कि 2017 में भाजपा सरकार ने जनता से जो वादे किए थे, वह उन वादों पर खरी नहीं उतर पाई। राज्य में कांग्रेस सरकार पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त होगी साथ ही लोकायुक्त युक्त होगी। इस बार भाजपा जा रही है, कांग्रेस आ रही है।