भाजपा झूठे मुद्दों पर सत्ता में आई, अब समाज को बांट रही है पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत
उत्तरकाशी। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आज उत्तरकाशी स्थित पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में आयोजित एक प्रेस वार्ता में भाजपा सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी ने “मुस्लिम यूनिवर्सिटी” और “जुम्मा की छुट्टी” जैसे भ्रामक मुद्दों को उछालकर सत्ता हासिल की और अब समाज में धार्मिक विभाजन फैलाने का काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ‘सनातन धर्म’ की आड़ में नफरत और द्वेष की राजनीति कर रही है, जबकि असली सनातन धर्म वह है जो स्वामी विवेकानंद के शिकागो भाषण में ‘सर्व धर्म समभाव’ की भावना के रूप में प्रकट होता है। गांधीजी के प्रेम, करुणा और सत्य के मार्ग को ही सही रास्ता बताते हुए रावत ने कहा कि धर्म का राजनीतिक इस्तेमाल देश और समाज दोनों को नुकसान पहुंचा रहा है।
चारधाम यात्रा की तैयारियों पर सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि यात्रा शुरू होने को है, मगर व्यवस्थाएं कमजोर हैं। “उत्तरकाशी से मुखवा तक की सड़क कांग्रेस शासन में बनी थी, अब हालत बदतर हो चुकी है। गड्ढों से भरी सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है।”
जल, जंगल और जमीन के सवाल पर रावत ने भाजपा सरकार की नीतियों को प्रदेश विरोधी बताते हुए कहा कि नदियां, गदेरे और पर्यावरण लगातार खतरे में हैं। अवैध खनन चरम पर है और दूसरे राज्यों के बड़े-बड़े बिल्डर प्रदेश की प्राकृतिक संपदा को नष्ट कर रहे हैं। उन्होंने इसे उत्तराखंड की पारिस्थितिकी और पहचान के लिए गंभीर खतरा बताया।
बिजली दरों में लगातार हो रही बढ़ोतरी को लेकर भी रावत ने सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि महंगाई की मार झेल रही जनता पर बिजली दरों का बोझ डालकर सरकार ने साफ कर दिया है कि आम आदमी की परेशानियों से उसका कोई सरोकार नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषणों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, “घाम तापने की बात ठीक है, लेकिन खाली पेट कोई तपस्या नहीं कर सकता। जब तक लोगों की आजीविका सुनिश्चित नहीं होती, राष्ट्र सेवा सिर्फ एक नारा बनकर रह जाती है।”
कांग्रेस की जड़ों को उत्तराखंड की मिट्टी से जुड़ा बताते हुए उन्होंने प्रदेशवासियों से भावनात्मक अपील की कि पार्टी को पंचायत से लेकर विधानसभा तक समर्थन दें। कांग्रेस को ही सबको साथ लेकर चलने वाली और प्रदेश को सही दिशा देने वाली पार्टी बताया गया।
अपने कार्यकाल की उपलब्धियों की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने केवल सड़कें नहीं बनाईं, बल्कि स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यटन के क्षेत्र में भी ठोस आधार तैयार किया। आज वही योजनाएं अधूरी हैं या ठप पड़ी हैं।
महंगाई और बेरोजगारी के सवाल पर सरकार को आड़े हाथ लेते हुए उन्होंने कहा कि आम जनता की जेब खाली है। गैस सिलेंडर, दाल, तेल जैसी रोजमर्रा की वस्तुएं महंगी हो गई हैं, नौजवानों को रोजगार नहीं मिल रहा और सरकार केवल दिखावे की राजनीति में लगी है।
लोकतंत्र की रक्षा के लिए जनता को सजग रहने की सलाह देते हुए उन्होंने कहा कि सरकार की आलोचना करना देशद्रोह नहीं, बल्कि एक जागरूक नागरिक का दायित्व है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, पर्यावरण और महंगाई जैसे मुद्दों पर ध्यान दें।
प्रेस वार्ता में कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष मनीष राणा, कांग्रेस पदाधिकारी कनक पाल सिंह परमार, पूर्व दर्जा धारी घनानंद नौटियाल, कमल सिंह रावत सहित कई कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद रहे। सभी ने एक स्वर में आगामी चुनावों के लिए कांग्रेस को मजबूत करने का संकल्प लिया।
अंत में रावत ने बताया कि कांग्रेस आगामी चुनावों के लिए पूरी तरह तैयार है। संगठन को गांव-गांव तक मजबूत किया जा रहा है और शीघ्र ही जनसभाएं और संवाद कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। “हम जनता के बीच जाकर बताएंगे कि हमने क्या किया और भाजपा ने क्या नहीं किया।”
अपने संबोधन के समापन पर उन्होंने प्रदेशवासियों से समर्थन की अपील करते हुए कहा, “हमें आपका आशीर्वाद चाहिए, ताकि उत्तराखंड को फिर से मजबूत और स्वाभिमानी बनाया जा सके। कांग्रेस ही वह शक्ति है जो प्रदेश को विकास के रास्ते पर ले जा सकती है।”
अंत में उन्होंने यह भी कहा कि राजनीति भी एक गंगा है, और गंगा ही प्रदूषित हो जाए तो समाज और राष्ट्र के लिए यह बेहद खतरनाक हो सकता है।